शुक्रवार, 29 मई 2020

पशु परीक्षण से जुड़े रोचक तथ्य - Interesting Facts about Animal Testing


    पशु परीक्षण से जुड़े रोचक तथ्य - Interesting Facts about Animal Testing        
पशु परीक्षण के बारे में आप भलीभाँति थोड़ा बहुत जानते ही होंगे  लेकिन दुनियाभर में इसे किस स्तर पर उपयोग मे लाया जाता है ये आज हम आपको इस ब्लॉग मे बताएंगे, पशु परीक्षण कोई वैज्ञानिक प्रयोग या परीक्षण होता है जिसमें जीवित पशु को किसी ऐसी चीज से गुजरने के लिए मजबूर किया जाता है जिससे उन्हें दर्द, पीड़ा, संकट या स्थायी नुकसान होने की संभावना होती है । पशु प्रयोग अपने साथी जानवर को पशु चिकित्सक के पास ले जाने के समान नहीं हैं। प्रयोगशालाओं में उपयोग किए जाने वाले जानवरों को जानबूझकर नुकसान पहुंचाया जाता है, न कि अपने अच्छे के लिए, और आमतौर पर प्रयोग के अंत में वे मारे जाते हैं।

         पशु प्रयोगों मे कई  तरह की चीजें शामिल हैं 
  • संभावित हानिकारक पदार्थों के साथ जानवरों को खिलाने के लिए इंजेक्शन दिया जाता है. 
  •  जानवरों को radiation मे रखा जाता है, व शल्य चिकित्सा द्वारा जानवरों के अंगों को भी निकाला जाता है. विकिरण के लिए जानवरों को उजागर करना। शल्य चिकित्सा से जानवरों के अंगों या ऊतकों को हटाने के लिए जानबूझकर नुकसान का कारण । 
  •  जानवरों को विषाक्त गैसों मे सांस लेने के लिए मजबूर करना, जानवरों को भयावह स्थितियों के अधीन करना चिंता और उनमे अवसाद पैदा करना। 
   पशु परीक्षण से जुड़े रोचक तथ्य 

  • अमेरिकी कृषि विभाग (USDA) ने २०१० में बताया कि ९७,१२३ जानवरों को प्रयोगों के दौरान दर्द का सामना करना पड़ा जबकि राहत के लिए कोई संज्ञाहरण नहीं दिया जा रहा है ।            
                                                                                          
  • 1950 के दशक की नींद की गोली थैलिडोमाइड, जो १०,००० बच्चों को गंभीर विकृति के साथ पैदा होने का कारण बना, इसका जानवरों पर अपनी वाणिज्यिक (commercial) रिहाई से पहले परीक्षण किया गया था. 
                                                                                                        
  • चिंपांजी का मनुष्यों के साथ अपने डीएनए का ९९% हिस्सा समान होता है, और चूहों का ९८% आनुवंशिक(जेनेटिक) रूप से मनुष्यों के समान है.                                                                                      
  • संयुक्त राज्य अमेरिका और गैबन केवल दो देश हैं जो चिंपांजियों पर प्रयोग की अनुमति देते हैं  . 
                                                                               
  • अमेरिका के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (NIH) पशु अनुसंधान पर अपने 31 अरब डॉलर के वार्षिक बजट के 14 अरब डॉलर खर्च करता है.                                                         
  • शोधकर्ताओं जोसेफ और चार्ल्स Vacanti एक मानव "कान" एक जीवित माउस के पीछे प्रत्यारोपित गाय उपास्थि कोशिकाओं से वरीयता प्राप्त करने के लिए प्लास्टिक और पुनर्निर्माण सर्जरी के लिए शरीर के अंगों गढ़ने की संभावना का पता लगाने में वृद्धि हुई.                                                            
  • विज्ञान जर्नल नेचर द्वारा किए गए 2011 के सर्वेक्षण मे लगभग १,००० जैव चिकित्सा वैज्ञानिकों मे से  ९०% से अधिक इस बात पर सहमत थे कि अनुसंधान में जानवरों का उपयोग आवश्यक है.                                                   
  • संयुक्त राज्य अमेरिका में लोग सालाना 9 अरब मुर्गियां और 150 मिलियन मवेशी, सूअर और भेड़ खाते हैं, और हम अनुसंधान के लिए लगभग 26 मिलियन जानवरों का उपयोग करते हैं, जिनमें से 95% कृंतक, पक्षी और मछली हैं।     
  • 2010 में, मिनेसोटा ने किसी भी अन्य राज्य (2,703) की तुलना में परीक्षण के लिए अधिक बिल्लियों का उपयोग किया, न्यू जर्सी ने सबसे अधिक कुत्तों (6,077) का उपयोग किया, और मैसाचुसेट्स ने सबसे अधिक वानरों (7,458) का उपयोग किया.                         
  • कैलिफोर्निया बायोमेडिकल रिसर्च एसोसिएशन का कहना है कि पिछले १०० वर्षों में लगभग हर चिकित्सा सफलता सीधे जानवरों का उपयोग कर अनुसंधान से हुई है. 
                                                                                                                               
  • अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन सौंदर्य प्रसाधन पर पशु परीक्षणों के उपयोग का समर्थन करने के लिए "एक उत्पाद या घटक की सुरक्षा को आश्वस्त." अमेरिकी महिलाओं को प्रति दिन 12 व्यक्तिगत देखभाल उत्पादों के एक औसत का उपयोग करे.                                                                                       
  • पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) के मुताबिक, परीक्षण के उद्देश्यों के लिए संयुक्त राज्य  द्वारा प्रयोगशालाओं में लगभग 100 मिलियन  चूहों को कैद में रखा जा रहा है। पेटा ने यह भी रिपोर्ट दी है कि लगभग १,०००,००० बड़े जानवर , जैसे कुत्तों और बिल्लियों को भी प्रयोग के लिए आयोजित किया जा रहा है ।                                        
  • अकेले सौंदर्य प्रसाधन परीक्षण के क्षेत्र में, मानवीय सोसायटी इंटरनेशनल की रिपोर्ट है कि ५००,००० जानवरों की मौत होती हैं. 





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