रविवार, 28 जून 2020

दुनिया का सबसे खतरनाक जहर.......

 
दुनिया में सबसे खतरनाक जहर कौन सा है,यह सवाल आपके दिमाख में कभी ना कभी   जरूर आया होंगा भारत में हुई एक घटना के बाद इस बात का खुलासा हुआ की सायनाइड से भी ज्यादा खतरनाक और जहरीला पॉलोनियम - 210 हैं ,इतना ही नहीं  इसका सिर्फ 1 ग्राम हजारों लोगों को मौत की नींद सुला सकता हैं।




                                                                         पोलोनियम -210 एक रेडियोएक्टिव तत्व है और यह पोलोनियम का आइसोटोप है। पोलोनियम -210  से निकलने वाले रेडिएशन इंसानी शरीर के अंदरूनी अंगों, डीएनए और इंसान के "इम्यून सिस्टम" को भी तेजी से तबाह करने में सक्षम हैं।

पॉलोनियम -210 की खोज  -


"मेरी क्यूरी" ने 1898 में पोलिनियम-210 की खोज की थी,  मेरी क्यूरी विख्यात भौतिकविद और रसायनशास्त्री थी। मेरी ने रेडियम  की  भी खोज की थी,और विज्ञान की दो शाखाओं (भौतिक और रसायन विज्ञान ) में "नोबेल पुरस्कार" से सम्मानित होने वाली वह पहली वैज्ञानिक  थीहालांकि शुरुआत में पोलोनियम का नाम "रेडियम - एफ"  रखा गया। बाद में इसका नाम पोलिनियम रखा गया।

यह कितना हानिकारक हैं -

पोलोनियम -210 कितना खतरनाक है इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि, 'अगर नमक के छोटे कन जितना भी इंसान में चला जाए तो उस व्यक्ति की मौत पक्की है', कांग्रेस नेता शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में इसी पोलोनियम -210 के इस्तेमाल की बात कही जाती है

आखिर क्यों है सबसे खतरनाक जहर -

  अगर किसी व्यक्ति के शरीर में पोलोनियम पहुंच जाएंफिर चाहे किसी भी माध्यम से पहुंचे जैसे कि ,सॉस लेने से ,निगलने से,टूटी हुई त्वचा के माध्यम से , तो इसकी मौजूदगी का पता लगाना काफी मुश्किल होता है अगर किसी व्यक्ति के शरीर में  पोलो नियम पहुंच जाए तो व्यक्ति के बाल गिरने लगते हैं लेकिन इसके अलावा कोई खास लक्षण अभी तक सामने नहीं आये हैं।  पोलोनियम- 210 मशीनों के पकड़ में बहुत आसानी से नहीं आता. इसलिए इसकी तस्करी बहुत आसान  मानी जाती है। पोलोनियम -210 सिर्फ अल्फा कण निकलते हैं ,जो कागज की एक सीट को भी पार नहीं कर पाते। 

रीड मोर -
               


                               

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